साहिबगंज स्टेशन में आरपीएफ महिला कांस्टेबल ने की बहादुरी का कार्य
मालदा(पश्चिम बंगाल):कहावत है जान है तो जहां है।परन्तुं कभी-कभी कुछ लोग बेवजह अपनी जान जोखिम में डालने से बाज नही आते है।चलती ट्रेन से उतरना तथा चढ़ना दोनों ही जोखिम भरा है।रेलवे स्टेशनों में जगह-जगह होडिंग लगाकर सावधान किया जाता है ।परन्तु यात्री है की मानता ही नही है और दुर्घटना का शिकार हो जाता है।रविवार को ऐसा ही एक मामला मालदा रेल डिविजन अंतर्गत साहिबगंज रेलवे स्टेशन से प्रकाश में आया है ।जंहा एक महिला यात्री चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश कर रही थी।इस क्रम में महिला यात्री का संतुलन खो गया।परन्तु ड्यूटी में तैनात महिला आरपीएफ कांस्टेबल ने बहादुरी का परिचय देते हुए महिला यात्री को बड़ी दुर्घटना से बचा ली।
महिला आरपीएफ ने बचाई महिला यात्री की जान :
मालदा रेल डिविजन ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), मालदा रेल डिवीजन, यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के अपने प्रयास में, आवश्यकतानुसार यात्रियों की हर संभव मदद करता है । वे हर तरह की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमेशा तत्पर रहता हैं।हाल ही में ऑपरेशन जीवन रक्षा के तहत वीरता का प्रदर्शन करते हुए, 06 जुलाई को, आरपीएफ पोस्ट साहिबगंज की एक महिला कांस्टेबल ने साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन संख्या 53030 (भागलपुर-अजीमगंज पैसेंजर) से उतरने का प्रयास करते समय अपना संतुलन खो बैठी एक महिला यात्री की जान बचाई। तत्काल कार्रवाई और सूझबूझ के साथ, ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने अपनी सुरक्षा को जोखिम में डालते हुए, महिला की सुरक्षित मदद की और एक संभावित घातक दुर्घटना को रोककर बहादुरी का कार्य की है।जो वास्तव में एक सराहनीय कार्य है ।
आरपीएफ की बहादुरी पर सलाम:
प्रेस रिलीज में बताया गया है की आरपीएफ कर्मचारियों द्वारा की गई ऐसी बहादुरी भरी कार्रवाई रेल यात्रियों की भलाई सुनिश्चित करने में बल के असाधारण समर्पण को उजागर करती है।मालदा डिवीजन साहिबगंज स्टेशन पर महिला आरपीएफ कर्मचारियों द्वारा दिखाए गए साहस और कर्तव्य की भावना को सलाम करता है और यात्रा के हर कदम पर यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
