कृषकों के लिए राहत: समितियों में पर्याप्त खाद-बीज उपलब्ध
छत्तीसगढ़ से राशिद जमाल सिद्दीकी
खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) : खरीफ सीजन की तैयारी के तहत खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में खाद और बीज की आपूर्ति एवं वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है। जिले में खरीफ फसलों की बोनी लगभग पूर्ण हो चुकी है। धान की रोपाई प्रारंभ हो गई है। कृषकों की सुविधा और खेती-किसानी में किसी भी प्रकार की बाधा न हो, इसके लिए कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के मार्गदर्शन में संबंधित विभागों द्वारा नियमित समीक्षा की जा रही है।
जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्री चन्द्रवाल ने खाद-बीज की उपलब्धता, भंडारण और वितरण की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पंजीकृत किसानों को सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से समय पर और समुचित मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में डीएपी खाद की मांग अधिक है।परंतु इसकी सीमित उपलब्धता के कारण इसके विकल्प के रूप में सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) और एनपीके खाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन वैकल्पिक खादों को प्रचारित करने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा समितियों में बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं, ताकि किसान इनके उपयोग को लेकर जागरूक हो सकें।
अब तक जिले की सहकारी संस्थाओं में 22,281 मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुकी है। जिसमें सिंगल सुपर फास्फेट, एनपीके, डीएपी, यूरिया और एमओपी खाद शामिल हैं। इनमें से 18,125 मीट्रिक टन खाद कृषकों को वितरित की जा चुकी है, जबकि शेष खाद समितियों और डबल लॉक व्यवस्था में सुरक्षित रूप से उपलब्ध है। बीज वितरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है। खरीफ 2025 के लिए जिले को 6090 क्विंटल बीज का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, जिसके विरुद्ध 6201 क्विंटल बीज का भंडारण कर समितियों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया गया है।
कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने किसानों से अपील की है कि वे समितियों में उपलब्ध खाद-बीज का शीघ्र उठाव करें और उन्नत कृषि के लिए डीएपी के विकल्प के रूप में एसएसपी और एनपीके खाद का प्रयोग कर बेहतर उत्पादन सुनिश्चित करें।