गोड्डा एमबीबीएस कोचिंग संस्थान के दर्जनों छात्रो ने किया फोसिल्स पार्क का शैक्षणिक भ्रमण
साहिबगंज(झारखंड): राजमहल की पहाड़ी जीवाश्मो के लिए जाना जाता है।यंहा का जीवाश्म करोड़ो वर्ष पुरानी है।यंहा का जीवाश्मो ने दुनिया भर के भूगर्भशास्त्रियों को आकर्षित किया है। इसी सिलसिले में रविवार को जिले के मंडरो प्रखंड स्थित फॉसिल्स पार्क में रविवार को शैक्षणिक भ्रमण के उद्देश्य से गोड्डा के एमबीबीएस कोचिंग संस्थान के दर्जनों विद्यार्थियों ने शैक्षणिक भ्रमण किया।जहां मॉडल कॉलेज राजमहल के प्राचार्य सह भू वैज्ञानिक डॉ रंजित कुमार सिंह के द्वारा भ्रमण के उद्देश्य से आए बच्चों को जीवाश्म के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई ।इस क्रम में डॉ सिंह द्वारा करोड़ों वर्ष पूर्व पृथ्वी की उत्पत्ति जीवन जीव एवं पृथ्वी निर्माण में हुए घटनाओं के बारे में छात्रो को बताया गया।
राजमहल की पहाड़ी में काफी मात्रा में है जीवाश्म
करोड़ों वर्ष पुराना जीवाश्म का निर्माण कैसे हुआ इसकी जानकारी डॉ सिंह द्वारा छात्रो को दी गई।बताया गया की पूरे भारत में फॉसिल्स काफी मात्रा में साहिबगंज जिला के राजमहल के पहाड़ों में पाया जाता है।राजमहल पहाड़ का भू इतिहास काफी पुराना है।ऐसे में छात्रो के लिए फॉसिल्स का अध्ययन, जानकारी शोध व नवाचार के लिए पुस्तक से कम नहीं है। हमारे यहां इस फॉसिल्स पर शोध करने देखने जानने साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य संसाधन को देश विदेश का आना होता है।
अंतर्राष्ट्रीय धरोहर है राजमहल के पहाड़ी का जीवाश्म
बताया की ये फॉसिल्स हमारे अन्तराष्ट्रीय धरोहर हैं।अपने धरोहर की रक्षा सुरक्षा संरक्षण व संवर्धन करना रखना अपना कर्तव्य हैं।वहीं इस शैक्षणिक भ्रमण में बच्चों ने पूरे फॉसिल्स पार्क का भ्रमण किया। साथ ही पार्क में मौजूद म्यूजियम का भी अवलोकन किया ।लक्ष्मण मुर्मू ने सारे विषय को स्पष्ठ रूप से बताया तथा छात्रों ने जो प्रश्न उत्सुकतावश किया, जिसका जवाब डॉ रणजीत कुमार सिंह ने दिया और छात्रो का जिज्ञासाओं को शांत किया।इस क्रम में जीवाश्म पार्क देख छात्र काफी उत्साहित व रोमांचित थे। सभी ने डॉ रणजीत कुमार सिंह के प्रयास से बने विश्व स्तर पार्क के लिए उनका आभार व्यक्त किया ।साथ ही वन विभाग व डीएफओ प्रबल गर्ग का आभार प्रकट किया।

ये थे उपस्थित
इस मौके पर एमबीबीएस बायोलॉजी कोचिंग संस्था के डायरेक्टर सुनील शर्मा,टीम मेम्बर टिंकू कृष्णा, निरंजन पंडित,सुजीत भगत,अश्वनी पंजीयारा,सोनू मंडल,पूजा कुमारी,तुलसी कुमारी,रामाशंकर,कविता कुमारी राजाबाबू,धर्मवीर कुमार,कार्तिक कुमार,बसंत कुमार सहित दर्जनों बच्चे शामिल हुए।